
गुरु पूर्णिमा के पावन अवसर पर कटिहार स्थित ओ.टी. पाड़ा के छोटा शिरडी साईं मंदिर से भव्य पालकी शोभायात्रा निकाली गई। हर वर्ष की तरह इस बार भी आयोजन भक्तिभाव, उत्साह और श्रद्धा से परिपूर्ण रहा। साईं भक्तों ने फूलों से सजी पालकी को भजन-कीर्तन और बैंड-बाजों की मधुर धुनों के साथ नगर दौरा पर निकाला। इस दौरान सैकड़ों श्रद्धालुओं की उपस्थिति ने माहौल को भक्तिमय बना दिया। कार्यक्रम की शुरुआत साईं बाबा की काकड़ आरती से हुई, जिसके बाद शाम में साईं पालकी शोभायात्रा का आयोजन हुआ। यह यात्रा रेल क्षेत्र का भ्रमण करते हुए पुनः मंदिर परिसर में संपन्न हुई। शोभायात्रा के बाद विशाल भंडारे का आयोजन किया गया, जिसमें श्रद्धालुओं ने प्रसाद ग्रहण किया। “शिरडी जैसी भव्यता, कटिहार में भी आस्था का केंद्र बना मंदिर” साईं सेवक अर्जुन प्रसाद सिंह ने बताया कि “जिस तरह शिरडी में गुरु पूर्णिमा धूमधाम से मनाई जाती है, उसी भाव से कटिहार में भी यह पर्व साईं भक्तों के लिए विशेष महत्व रखता है।”मुख्य पुजारन साईं पार्वती देवी की उपस्थिति में पूरा आयोजन शांतिपूर्वक और भक्तिपूर्ण माहौल में संपन्न हुआ। आयोजन में दिखा सामूहिक समर्पण कार्यक्रम की सफलता में राजेश सिंह, जयप्रकाश सिंह, विनोद साह, आलोक मिश्रा, सौरभ कुमार, आरती कुमारी, दीपसूर्या राय, शिवनाथ राय, सार्थक राय, सात्विक कुमार, पप्पू पाल, राणा पाल, शंभू ठाकुर, कार्तिक कुमार और बमबम झा सहित सैकड़ों साईं भक्तों ने सक्रिय भूमिका निभाई। वहीं रेलवे भारत स्काउट एंड गाइड के कैडेटों ने भी सेवा भाव से अपनी सहभागिता दी, जिससे आयोजन की गरिमा और बढ़ गई। श्रद्धा और सेवा का संगम गुरु पूर्णिमा पर निकली यह शोभायात्रा श्रद्धा, समर्पण और सेवा की मिसाल बन गई। मंदिर परिसर में जुटी भीड़ और भक्तों के भाव से स्पष्ट था कि यह आयोजन लोगों की आस्था में कितना गहराई से रचा-बसा है।आगामी वर्षों में भी यह परंपरा इसी भव्यता और भावनात्मक जुड़ाव के साथ आगे बढ़े, ऐसी कामना सभी साईं भक्तों ने की।