
वाराणसी के मुख्य विकास अधिकारी ने 7 विभागों के 21 कर्मचारियों का वेतन रोक दिया। निरीक्षण के दौरान ये सभी कर्मचारी गैरमौजूद मिले थे। सीडीओ की इस कार्रवाई से सभी विभागों में हड़कंप मचा हुआ है। सभी 21 कर्मचारियों को अपने विभाग के अधिकारी को इस मामले में स्पष्टीकरण देने का भी निर्देश सीडीओ ने दिया है। साथ ही सीडीओ ने पान-गुटखा की पीक देखकर संबंधितों को निर्देश दिया कि यदि कोई भी टूटे हुए मिले तो उसपर पेनाल्टी लगाई जाए। 21 कर्मचारियों का रोका वेतन
सीडीओ हिमांशु नागपाल ने मंगलवार की सुबह साढ़े 10 बजे विकास भवन में मौजूद कार्यालयों का अचानक निरीक्षण कर कर्मचारियों और अधिकारियों की उपस्थिति चेक की। इस दौरान कृषि विभाग के 2, सहकारिता विभाग के 2, ग्रामीण अभियंत्रण विभाग के 3, अर्थ संख्या विभाग के 4, पंचायती राज के 5, समाज कल्याण के 4 तथा पशुपालन विभाग के 1 कर्मचारी अनुपस्थित पाए गए। इसपर उन्होंने इन सभी 21 कर्मचारियों का वेतन सीडीओ ने तत्काल प्रभाव से रोकने का निर्देश दिया है। सभी को देना होगा स्पष्टीकरण
सीडीओ हिमांशु नागपाल ने सभी कर्मचारियों को अपने अनुभाग के अधिकारियों को स्पष्टीकरण सौंपने का निर्देश दिए है। उन्होंने कार्यालय में समय पर न आने को घोर लापरवाही माना है। उन्होंने कहा महीने लास्ट दिनों में कई तरह के काम बढ़ जाते हैं ऐसे में पटल पर कर्मचारियों के न मिलने पर आम लोगों को दिक्कतों का सामना करना पड़ता है। इस दौरान पटल सहायकों से फाइलों को क्रमबद्ध और साफ-सफाई से रखने के निर्देश दिए हैं। पान-गुटखा थूकने वालों पर लगाएं पेनाल्टी
विकास भवन की सीढ़ियों पर पान की पीक देखकर उन्होंने नाराजगी व्यक्त की और थूकने वालों पर पेनाल्टी लगाएं। साथ ही उन्होंने कार्यालय के बाथरूम भी चेक किए और टूटे हुए यूरिनल ठीक करवाने और साफ-सफाई के लिए विकास भवन के नाजीर से समन्वय बनाकर कार्य कराने का निर्देश दिया।समस्त अधिकारियों व कर्मचारियों को निर्देशित किया गया कि कार्यालय में अपने आईडी कार्ड के साथ ही आए तथा जिन अधिकारी /कर्मचारियों का आईडी कार्ड नहीं बना है उसे तत्काल बनवा लें।