
लखनऊ के कुकरैल स्थित घड़ियाल पुनर्वास एवं प्रजनन केंद्र में जूनियर कंजर्वेशनिस्ट नेचर कैंप का आयोजन किया गया। यह कैंप उत्तर प्रदेश सरकार के संस्कृति एवं पर्यटन मंत्री जयवीर सिंह की पहल पर शुरू किया गया। कैंप के चौथे दिन बच्चों को वन्यजीवों के बारे में विस्तृत जानकारी दी गई। टर्टल सर्वाइवल एलायंस के वैज्ञानिक डॉ. अनुराग ने पक्षियों के जीवन से जुड़ी महत्वपूर्ण बातें बताईं। उन्होंने पक्षियों की आवाज, प्रवास और प्रजनन के बारे में समझाया। साथ ही यह भी बताया कि विभिन्न प्रकार के पक्षी कैसे शिकार करते हैं। सांप से बचाव और प्राथमिक उपचार की जानकारी दी वैज्ञानिक डॉ. अरुणिमा ने घड़ियाल, मगरमच्छ और कछुओं के संरक्षण पर प्रकाश डाला। उन्होंने बताया कि ये जीव नदियों की सफाई में कैसे योगदान करते हैं। उन्होंने सांप से बचाव और प्राथमिक उपचार की जानकारी भी दी। बच्चों को टॉर्टोइस और टर्टल के बीच के अंतर के बारे में भी बताया गया। वन विभाग की अधिकारी रेणु ने कुकरैल फॉरेस्ट रेंज में चल रहे संरक्षण कार्यों की जानकारी दी। यह कार्यक्रम संस्कृति विभाग, उत्तर प्रदेश और टर्टल सर्वाइवल एलायंस फाउंडेशन, इंडिया के संयुक्त तत्वावधान में आयोजित किया गया।