
पीलीभीत में नगर पालिका के ईओ आवास की बिल्डिंग में स्थित समाजवादी पार्टी कार्यालय को लेकर विवाद गहरा गया है। प्रशासन द्वारा दी गई समयसीमा सोमवार को समाप्त हो गई है। सपा के लोकसभा प्रभारी वीरपाल सिंह ने पीलीभीत पहुंचकर पार्टी कार्यकर्ताओं के साथ पीडीए की बैठक की। उन्होंने कार्यालय खाली कराने की कार्रवाई को अलोकतांत्रिक करार दिया। वीरपाल सिंह ने कहा कि सपा इस मुद्दे पर दो स्तरों पर संघर्ष करेगी। एक न्यायालय में और दूसरा जनता के साथ सड़क पर। सपा नेता ने चेतावनी दी कि अगर प्रशासन ने जबरदस्ती की तो कार्यकर्ता कार्यालय के बाहर लेट जाएंगे। उन्होंने बताया कि पार्टी पिछले 25 वर्षों से इस स्थान पर है। यह मामला सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव के संज्ञान में है।पूर्व जिलाध्यक्ष आनंद सिंह का एक मुकदमा न्यायालय में विचाराधीन है। इस संबंध में पूछे गए सवाल पर वीरपाल सिंह ने कोई टिप्पणी करने से मना कर दिया। नगर पालिका प्रशासन का कहना है कि आवंटन की प्रक्रिया समाप्त हो चुकी है। कई बार नोटिस देने के बाद भी कार्यालय खाली नहीं किया गया। इसलिए यह कब्जा अवैध माना जा रहा है।