
मांगों को लेकर किसानों का प्रदर्शन आज नोएडा प्राधिकरण और नोएडा जीरो पाइंट पर किया जाएगा। नोएडा में प्रदर्शन भारतीय किसान यूनियन (मंच) के बैनर तले किया जाएगा। इसी तरह जीरो पाइंट पर किसान एकता संघ और भारतीय किसान यूनियन प्रदर्शन करेगा। हालांकि भारतीय किसान परिषद ने इस आंदोलन से अलग रखा है। भारतीय किसान परिषद की मंगलवार शाम को प्राधिकरण की सीईओ लोकेश एम के साथ बैठक हुई। जिसमें मांगों को लेकर सहमति जाहिर की गई। जिसके बाद उन्होंने अपनी कॉल वापस ले ली है। भारतीय किसान यूनियन (मंच) के राष्ट्रीय प्रवक्ता सुधीर चौहान इस बार नोएडा प्राधिकरण के साथ साथ जनप्रतिनिधियों के यहां भी प्रदर्शन होगा। आवश्यकता पड़ी तो जनप्रतिनिधियों के कार्यालय पर भी तालाबंदी की जाएगी। क्योंकि जनप्रतिनिधियों ने किसानों के बीच में आकर किसानों का समझौता नोएडा प्राधिकरण से कराया था। किसानों को आश्वासन दिया था लखनऊ से लेकर दिल्ली तक किसानों की मांगों को रखा जाएगा। भारतीय किसान यूनियन (मंच) की मांग
उन्होंने कहा कि किसानों की आबादी का निपटारा, 10 प्रतिशत विकसित भूखंड आवंटित किए जाए। साथ ही अब करीब 2950 किसानों को किसान कोटा स्कीम का लाभ नहीं दिया गया। 5 प्रतिशत भूखंड पर कामर्शियल एक्टिविटी। ये सभी प्रस्ताव नोएडा की बोर्ड बैठक से पास होकर के लखनऊ गए। वह आज तक कैबिनेट में पास होकर वापस नहीं आए हैं। इस बार किसानों में भारी रोष है। भारतीय किसान परिषद के साथ बैठक
भारतीय किसान परिषद के प्रतिनिधिमंडल की बैठक नोएडा प्राधिकरण के सीईओ लोकेश एम के साथ हुई। परिषद के राष्ट्रीय अध्यक्ष सुखवीर खलीफा ने बताया कि बैठक में किसानों की आबादी के पूर्ण निपटारा में सम्मिलित 5क के बाद 5ख व 5ग कर किसानों के नाम खतौनी में दाखिल करने का मुद्दा उठाया गया। जिसपर सीईओ नए जिला अधिकारी के स्तर से हस्ताक्षर कराकर प्रकरण को एक माह के भीतर निस्तारित करने का वादा किया। एक महीने में पांच प्रतिशत प्लाट लागने का आश्वासन दिया गया। हाई पावर कमेटी की सिफारिश को लागू करने की बात कही गई। जिस पर सीईओ ने कहा कि जल्द ही प्रमुख सचिव औद्योगिक से वार्ता कर कर गवर्नमेंट आर्डर जारी करवाया जाएगा। खलीफा ने कहा कि यदि इसी तरह किसानों के हितों के लिए काम होते रहेंगे तो वह प्राधिकरण के साथ सहयोग करेगा।