
बिहार में बढ़ती बेरोजगारी के खिलाफ कांग्रेस पार्टी का आंदोलन तेज हो गया है। गुरुवार को अररिया जिला कांग्रेस कमेटी ने जिला नियोजन कार्यालय के बाहर प्रदर्शन किया। दोपहर करीब 2 बजे जिला अध्यक्ष साद अहमद के नेतृत्व में कार्यकर्ता कार्यालय पहुंचे और तालाबंदी की कोशिश की। प्रदर्शनकारी अपने साथ ताला और जंजीर लेकर नियोजन कार्यालय पहुंचे थे। उनका इरादा कार्यालय में तालाबंदी करने का था। लेकिन नियोजन पदाधिकारी आकिफ वक्कास पहले से ही मीटिंग के लिए जा चुके थे। इससे कार्यकर्ताओं में नाराजगी देखी गई। लाखों पद खाली, लेकिन सरकार चुप : साद अहमद जिला कांग्रेस अध्यक्ष साद अहमद ने कहा कि बिहार सरकार युवाओं के भविष्य के साथ खिलवाड़ कर रही है। उन्होंने कहा, “राज्य में नगर पालिका, स्वास्थ्य विभाग, शिक्षा विभाग और कृषि क्षेत्र में लाखों पद खाली हैं, लेकिन सरकार जानबूझकर भर्ती नहीं कर रही। बेरोजगारी के कारण युवा पलायन कर रहे हैं, और छोटे व्यापारी आर्थिक संकट से जूझ रहे हैं।” नियोजन कार्यालयों का कोई मतलब नहीं : अफताबूर रहमान युवा कांग्रेस नेता अफताबूर रहमान ने कहा कि बिहार में रोजगार न के बराबर है। “जब सरकार रोजगार देने में असफल है, तो इन नियोजन कार्यालयों का क्या औचित्य है? हम तालाबंदी करने आए थे, लेकिन अधिकारी पहले ही दफ्तर बंद कर चले गए,” उन्होंने कहा। सरकार को चेतावनी, आगे और उग्र होगा आंदोलन प्रदर्शनकारियों ने साफ कहा कि अगर सरकार ने बेरोजगारी के मुद्दे पर ध्यान नहीं दिया तो आंदोलन को और तेज किया जाएगा। यह प्रदर्शन कांग्रेस के आक्रामक रुख और जनता से जुड़े मुद्दों को लेकर उसकी सक्रियता को दर्शाता है।