
पुलिस महानिरीक्षक अजमेर रेंज राजेंद्र सिंह चौधरी ने पदभार संभालते ही एक बार फिर फरार वारंटी और आरोपियों की धरपकड़ के लिए विशेष कार्रवाई शुरू कर दी है। उल्लेखनीय है कि पूर्व में अजमेर एसपी पद पर रहते हुए चौधरी ने फरार आरोपियों और वारंटियों के खिलाफ विशेष अभियान चलाया था, जिसमें प्रदेश भर में अजमेर जिले में सबसे ज्यादा चार हजार से ज्यादा वारंटी पकड़े गए थे। आईजी चौधरी के निर्देश पर एसपी वंदिता राणा, एडिशनल एसपी हिमांशु जांगिड़, दीपक कुमार शर्मा एवं श्योराज मल के नेतृत्व में जिला पुलिस ने एरिया डोमिनेशन अभियान के तहत सभी पुलिस थानों की 110 टीमों का गठन किया। सीओ के निर्देशन में टीमों में शामिल 545 पुलिस जवानों ने दबिश देकर नकबजनी, चोरी, नशीले पदार्थ तस्करी और शांति भंग की आशंका वाले 407 आरोपियों को गिरफ्तार किया गया। विभिन्न मामलों में फरार 54 आरोपियों को गिरफ्तार किया गया। पूर्व में नकबजनी, चोरी व संपत्ति संबंधी अपराधों में लिप्त व्यक्तियों की लोकेशन ट्रेस की गई और पूछताछ की गई। आईजीने अधिकारियों को निर्देश दिए हैं कि संदिग्ध गतिविधियों पर नजर रखी जाए। पकड़े गए लोगों के आपराधिक रिकॉर्ड की जांच की जाए। प्रो-एक्टिव स्मार्ट पुलिसिंग पर फोकस आईजी राजेंद्र सिंह चौधरी ने 2017 में अजमेर जिला पुलिस अधीक्षक के कार्यकाल में प्रो-एक्टिव स्मार्ट पुलिसिंग पर फोकस किया था। यही कारण रहा कि 2017 में प्रदेश में वारंटियों की धरपकड़ के साथ प्रकरणों के निस्तारण में अजमेर पुलिस आगे थी। अजमेर जिले में साल 2017 में 10 हजार 133 प्रकरण विभिन्न धाराओं में दर्ज किए गए थे। इनमें से सिर्फ 613 प्रकरण में ही पुलिस अनुसंधान लंबित था। शेष प्रकरण में चालान, एफआर की कार्रवाई कर कोर्ट में पेश किए गए थे।